पेरिस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के विकास पर दुनिया की नजर है। मोदी ने कहा कि ग्लेशियर का पिघलना चिंताजनक है। जलवायु परिवर्तन पर पूरा विश्व तुरंत कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को घटाना भारत का लक्ष्य है। जलवायु परिवर्तन हमारे किसानों के लिए खतरनाक है।
आगे उन्होंने कहा, 'मानवता और प्रकृति में संतुलन जरूरी है। जलवायु परिवर्तन पूरी दुनिया के लिए चुनौती है। हम जलवायु परिवर्तन के परिणाम भुगत रहे है।' पीएम मोदी पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर वार्ता में शामिल पक्षों के सम्मेलन (सीओपी) के 21वें उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पेरिस में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन भी किया।
इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अनौपचारिक मुलाकात के दौरान हाथ मिलाया। रूस के ऊफा में मुलाकात के बाद ये पहला मौका था जब मोदी और नवाज ने एक दूसरे से हाथ मिलाया। 2 दिन पहले ही माल्टा में नवाज़ शरीफ ने कहा था कि वो भारत के साथ बिना शर्त बातचीत के लिये तैयार है।
बता दे कि पेरिस में जलवायु परिवर्तन पर सम्मेलन हो रहा है और डेढ़ सौ देशों के नेता और प्रतिनिधि वहां पंहुचे हैं। मोदी रविवार को पेरिस पहुंचे। वह फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा होलांद द्वारा स्थानीय समयानुसार पूर्वान्ह 11 बजे सामान्य सत्र के उद्घाटन के बाद कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। वह अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
मोदी होलांद के साथ 122 देशों के एक सौर गठबंधन की घोषणा भी करेंगे।