मॉस्को: रूस के युद्ध विमान एसयू-14 के पायलट का पार्थिव शरीर एक विमान के जरिए यहां सोमवार को लाया गया। उल्लेखनीय है कि तुर्की की वायुसेना ने पिछले सप्ताह रूस के एक युद्धविमान को मार गिराया था, जिसमें उसके पायलट की मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रूस का विमान जिस समय पायलट का पार्थिव शरीर लेकर हवाईअड्डे पहुंचा उस वक्त रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और वायुसेना बल के कमांडर-इन-चीफ कर्नल जनरल विक्टर बोंडारेव वहां मौजूद थे।
बोंडारेव के अनुसार, "जिन्होंने छलने की साजिश रची और धोखा दिया, उन्हें उनके किए की सजा भुगतनी पड़ेगी।" मारे गए पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल ओलेग पेश्कोव को मरणोपरांत 'हीरो ऑफ द रशियन फेडरेशन' पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को यह भी कहा कि सीरिया में आतंकवादी ठिकानों पर कार्रवाई करने के लिए तैनात किए गए रूस के एसयू-34 बमवर्षक विमानों ने उड़ान अभियान के दौरान पहली बार हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों का उपयोग किया है।
समाचार एजेंसी 'रिआ नोवोस्ती' की रिपोर्ट के अनुसार, मिसाइलें लक्ष्य का पता लगाने वाले यंत्रों से लैस हैं और 60 किलोमीटर दूर स्थित हवाई निशानों को भेदने में समर्थ हैं।
गौरतलब है कि 24 नवंबर को तुर्की ने रूस के एसयू-24 युद्ध विमान को मार गिराया था। तुर्की का तर्क था कि विमान ने हवाई सीमा का उल्लंघन किया था।