लंदन: पाकिस्तान मूल के 43 वर्षीय एक व्यक्ति को ब्रिटेन के मैनचेस्टर हवाई अड्डे से एक विमान में पाइप बम ले जाने का प्रयास करने के जुर्म में 18 वर्ष के कारावास की सजा दी गयी है। इस व्यक्ति के पास इटली का पासपोर्ट था। इस माह की शुरुआत में मैनचेस्टर क्राउन की एक अदालत ने नदीम मुहम्मद को लोगों का जीवन खतरे में डालने के इरादे से विस्फोटक रखने का दोषी ठहराया। न्यायाधीश पैट्रिक फील्ड ने कल अदालत में यह सजा सुनाई। सुनवायी के दौरान अभियोजकों ने साक्ष्य प्रस्तुत किये कि मुहम्मद का इरादा इटली के बर्गामो जाने वाले बोइंग-737 में विस्फोट करने का था। (भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे मलेशियाई प्रधानमंत्री अमेरिका का दौरा करेंगे)
जूरी ने अदालत में मुहम्मद के इस दावे पर विास नहीं किया, कि उसने यह उपकरण पहले कभी देखा ही नहीं था। ब्रिटेन के क्राउन प्रॉस्क्यूशन सर्वसि सीपीएस के स्यू हेमिंग्स ने बताया, गहन जांच के बावजूद, नदीम मुहम्मद द्वारा इस उपकरण को विमान पर ले जाने के प्रयास करने संबंधी इरादे का पता नहीं चला। हालांकि यह स्पष्ट है कि अगर वह अपने काम में सफल रहता तो इसका परिणाम विनाशकारी हो सकता था। अदालत को बताया गया कि मुहम्म्द ने इसी साल 30 जनवरी को इटली जा रहे एक विमान में सवार होने की योजना बनायी थी, लेकिन सुरक्षा अधिकारियों ने उसके उपकरण का पता लगा लिया। यह उपकरण मास्किंग टेप, बैटरी, एक मार्कर पेन, पिन और तारों की ट्यूब आदि से बनाया गया था और इसे हरे रंग के सूटकेस के अस्तर में छिपा कर रखा गया था। आतंकवाद निरोधक पुलिस ने मुहम्मद से पूछताछ की और फिर उसे छोड़ दिया। उसे पांच दिन बाद बेर्गामो जाने के लिए विमान में सवार होने की अनुमति भी दे दी गई।
बाद में उपकरण की जांच की गई और पाया गया कि इसमें नाइट्रोग्लिसरीन और नाइट्रोसेल्यूलोज था जिसकी वजह से यह बम था। उन्होंने बताया कि जब मुहम्मद 12 फरवरी को इटली से वापस लौटा, तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। न्यायाधीश ने सजा सुनाने के बाद कहा कि वह इस मामले में कुछ सबूतों की कमी के बारे में चिंतित थे। हवाईअड्डे के अधिकारियों और पुलिस दोनों ने इसके लिये चिंता व्यक्त की थी।