लंदन। भारत में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद सहित अन्य आतंकी संगठनों की गतिविधियों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए पाकिस्तान भारत में नकली नोट भेज रहा है, सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान तस्करी करके जो नकली नोट भेज रहा है वह पहले भेजे जा रहे नकली नोटों के मुकाबले ज्यादा बेहतर क्वॉलिटी के हैं।
सूत्रों के मुताबिक तस्करी करके पाकिस्तान भारत में जो नकली नोट भेजने अपने राजनयिक चैनलों का इस्तेमाल कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान भारत में मुख्य तौर पर नेपाल, बांग्लादेश और कुछ अन्य देशों में स्थित अपने राजनयिक चैनलों के जरिए भारत में नकली नोट भेज रहा है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई भारत में नकली नोट भेजने का प्रबंधन खुद देख रही है और अब जो नोट भेजे जा रहे हैं वह पहले के भेजे जा रहे फोटो कॉपी नोटों के मुकाबले दिखने में ज्यादा आकर्षक हैं।
इस साल मई में डी कंपनी के गुर्गे युनुस अंसारी की 3 पाकिस्तानी नागरिकों सहित नेपाल के काठमांडू एयरपोर्ट से गिरफ्तारी हुई थी। उनके पास से भारत के 7.67 करोड़ रुपए की करेंसी जब्त की गई थी।
22 सितंबर को जांच एजेंसियों ने पंजाब में प्रतिबंधित संगठन खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के एक व्यक्ति से 10 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए थे, इसके अलावा जांच एजेंसियों ने 5 एके 47 राईफल, 30 बोर पिस्टल, 9 हैंड ग्रेनेड, 5 सैटेलाइट फोन, 2 मोबाईल फोन और 2 वायरलेस सेट भी बरामद किए थे। यह सारा सामान पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन के जरिए पहुंचाया गया था।
इसके बाद 25 सितंबर को जांच एजेंसियों ने पंजाब के दाखा से 49.5 लाख रुपए के नकली नोट पकड़े। बताया जा रहा है कि दुबई से किसी सलमान शेरा नाम के व्यक्ति ने उन नकली नोटों का पार्सल बांग्लादेश भेजा था जहां से उस पार्शल को एसए परिबहन नाम की कोरियर सेवा के जरिए दाखा भेजा गया। सलमान शेरा पाकिस्तान में आईएसआई के इशारे पर नकली नोटों का काम देखने वाले व्यक्ति असलम शेरा का बेटा है।