लंदन: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय का कहना है कि परीक्षण में शामिल एक व्यक्ति की मौत की खबरों के बावजूद ब्राजील में उसके कोविड-19 टीके का बाद में चलाये जाने वाले चरण का परीक्षण जारी रहेगा। विश्वविद्यालय ने कहा कि वह किसी विशिष्ट घटना पर टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन स्वतंत्र समीक्षा में ब्राजील में चल रहे परीक्षण की सुरक्षा से संबंधित कोई मुद्दा नहीं पाया गया। इसने कहा कि स्वतंत्र समीक्षा के साथ ही ब्राजील के संबंधित नियामक ने भी सिफारिश की है कि परीक्षण जारी रहना चाहिए। विश्वविद्यालय इस टीके का विकास अंतरराष्ट्रीय दवा कंपनी ‘एस्ट्राजेनेका’ के साथ मिलकर कर रही है। अमेरिका, ब्रिटेन और ब्राजील में यह देखने के लिए टीके का परीक्षण जारी है कि मानव पर यह सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं।
कोविड-19 से लड़ाई में भारत का योगदान महत्वपूर्ण होगा: हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 से लड़ाई में भारत का योगदान महत्वपूर्ण होगा, खासकर ऐसे समय जब पूरा विश्व टीका बनाने के प्रयासों में लगा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अनुसंधान और विनिर्माण को सर्वोच्च वरीयता दी है जिससे कि अंतिम व्यक्ति तक टीका पहुंच सके। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीके से संबंधित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह टीका उपलब्ध होने पर ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में इसके वितरण सहित सभी पहलुओं पर काम कर रहा है। वह विश्व बैंक-अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की एक वार्षिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के लिए प्रमुख अनुसंधान एजेंडा किफायती टीका उपलब्ध कराने और इसका समान वितरण सुनिश्चित करने का रहा है।
भारत को अगले कुछ महीनों में कोविड-19 का टीका मिलने की उम्मीद: हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इससे पहले हाल ही में कहा था किभारत के पास अगले कुछ महीनों में कोविड-19 का टीका होने की उम्मीद है और देश अगले छह महीने में लोगों को टीका उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में होना चाहिए। उन्होंने इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी और सेंट जॉन्स एंबुलेंस की वार्षिक आम बैठक में यह टिप्पणी की। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था, ‘‘हम टीके के विकास की प्रक्रिया में काफी गहराई से शामिल हैं। अधिक से अधिक अगले कुछ महीने में हमारे पास टीका होने की उम्मीद है और आशा है कि अगले छह महीने में भारत के लोगों को टीका उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में हम होंगे।’’
उन्होंने कहा था कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में छह फुट की दूरी बनाए रखने, समय-समय पर हाथ धोने, मास्क और फेस कवर पहनने, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर, जैसे ‘सामाजिक टीके’ का पालन किया जाना चाहिए। हर्षवर्धन ने कहा कि इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी ने अपने रक्त केंद्रों के जरिए यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं कि जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त की कोई कमी न पड़े।