बर्लिन: भारत और जर्मनी ने मंगलवार को चौथे चरण के द्विवार्षिक अंतर-सरकारी विमर्श (आईजीसी) की शुरुआत की। इसकी अध्यक्षता भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अंतर-सरकारी विमर्श बैठक में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की।" (तुर्की ने लगाया विकीपीडिया और रेडियो समेत कई चीजों पर प्रतिबंध)
जर्मनी एकमात्र देश है, जिसके साथ भारत का इस तरह का संस्थागत संवाद तंत्र कायम है। प्रथम आईजीसी का आयोजन 2011 में नई दिल्ली में किया गया था। इसके बाद 2013 में बर्लिन में इसका दूसरा आयोजन किया गया और तीसरा आयोजन 2015 में नई दिल्ली में किया गया था।
मोदी के साथ विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल, वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश राज्य मंत्री एम.जे.अकबर भी हैं। इससे पहले मंगलवार को मोदी का जर्मन चांसलरी में औपचारिक स्वागत किया गया। मंगलवार को ही बाद में मोदी व मर्केल संयुक्त रूप से भारत-जर्मनी व्यापार शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।