लंदन: सबसे कम उम्र में नोबेल पुरस्कार जीतने वाली और स्कूली लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने वाली मलाला यूसुफजई सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट Twitter से जुड़ गई हैं। 19 साल की मलाला ने अपने स्कूल के आखिरी दिन ट्विटर जॉइन कर लिया। पाकिस्तानी नागरिक मलाला को 2014 में भारत के कल्याण सत्यार्थी के साथ संयुक्त रूप से नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था।
दुनिया भर में जाना-पहचाना चेहरा बन चुकीं मलाला ने अपने पहले ट्वीट में कहा, ‘Hi, Twitter.’ मलाला ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘आज स्कूल में मेरा आखिरी दिन है और ट्विटर पर पहला दिना हैआज स्कूल में मेरा आखिरी दिन है।’ उन्होंने कहा कि वह उन लाखों लड़कियों के साथ हैं, जिन्हें उनकी तरह अवसर नहीं मिले। मलाला ने लोगों से लड़कियों की शिक्षा के लिए जारी उनकी लड़ाई को समर्थन देने की अपील की। उन्होंने कहा कि वह इन गर्मियों में दुनियाभर में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रचार करेंगी। मलाला को ट्विटर पर आने के 24 घंटे से भी कम समय में उनके लगभग 4.5 लाख फॉलोवर हो गए।
मलाला ने जब लड़कियों की शिक्षा के बारे में ब्लॉग लिखना शुरू किया था, तब उनकी उम्र सिर्फ 11 वर्ष थी। मलाला पर अक्टूबर 2012 में उस समय तालिबान ने हमला किया, जब वह स्कूल बस में सवार हो रही थी। उस समय मलाला की उम्र 15 वर्ष थी। इस घटना के बाद मलाला को दुनियाभर में पहचान मिली। मलाला को इलाज के लिए ब्रिटेन ले जाया गया। वह इस भयावह घटना से बच निकलीं और तब से ब्रिटेन में ही अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने लगीं।