लंदन: मौजूदा समय की सबसे बड़ी जरूरत मोबाइल फोन के बारे में शंका की अटकलें पूरी तरह निराधार नहीं हैं। जिस मोबाइल फोन के बिना आज लोगों की जिंदगी की कल्पना करना मुश्किल है, वही मोबाइल फोन कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियां और कैंसर तक का खतरा
शोध में पता चला है कि वायरलेस डिवाइस के रेडिएशन से उत्पन्न मेटाबॉलिक असंतुलन आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। इससे कई न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियां और कैंसर तक का खतरा हो सकता है।
इस असंतुलन को ऑक्सीडेटिव तनाव भी कह सकते हैं। शोधकर्ता इसे रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पेसीज (आरओएस) और एंटी-ऑक्सीडेंट के बीच असंतुलन कहते हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि वायरलेस डिवाइस से निकलने वाले खतरनाक रेडिएशन को जीवित कोशिकाओं में ऑक्सीडेटिव क्षति के क्लासिकल मैकेनिज्म से पहचाना जा सकता है। यह शोध जर्नल इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बॉयोलॉजी एण्ड मेडिसिन में प्रकाशित हुआ है।
मोबाइल फोन के रेडिएशन से सिर में दर्द और थकान भी