लंदन: ब्रिटेन की राजधानी लंदन के ऑक्सफोर्ड सर्कस इलाके में हुए ‘आतंकी हमले’ का सच सामने आ गया है। पुलिस के मुताबिक ऑक्सफोर्ड सर्कस स्टेशन पर कोई आतंकी हमला नहीं हुआ था बल्कि 2 लोगों के बीच हुए ‘झगड़े’ से यह सारी गलतफहमी पैदा हुई। 2 लोगों के बीच हुए ‘झगड़े’ के कारण पुलिस को बड़े पैमाने पर लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना पड़ा और वहां मची अफरा-तफरी में 16 लोग घायल हो गए। पुलिस ने आतंकवादी हमले की आशंका को खारिज करते हुए कहा कि गोली चलने की सूचना मिलने पर शहर के इस व्यस्ततम इलाके को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस के मुताबिक, ‘हम दोनों व्यक्तियों की CCTV फुटेज जारी कर रहे हैं। ऑक्सफोर्ड सर्कस पर आज दिन में हुई घटना के बाद हम उन दोनों से बात करना चाहेंगे।’ ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस (BTP) का कहना है कि अंडरग्राउंड रेलवे स्टेशन के ऑक्सफोर्ड सर्कस पर यह झगड़ा हुआ जिसके बाद बड़ी संख्या में लोगों को वहां से सुरक्षित निकालना पड़ा। पुलिस ने एक बयान में कहा, ‘अधिकारियों का मानना है कि प्लेटफॉर्म पर 2 लोगों के बीच झगड़ा हुआ। अब वह CCTV फुटेज में दिख रहे 2 लोगों से बातचीत करना चाहेंगे। उनका मानना है कि इन दोनों के पास घटना के संबंध में और जानकारी होगी।’
घटना के बाद एक व्यक्ति को पैर में चोट आने के बाद ट्रॉमा सेन्टर ले जाया गया है जबकि 8 अन्य लोगों को मध्य लंदन के अस्पतालों में ले जाया गया है। 7 अन्य लोगों का मौके पर ही प्राथमिक उपचार किया गया। पुलिस का कहना है कि पहले उन्हें ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट पर गोली चलने की सूचना मिली थी लेकिन मौके पर पहुंच कर पता चला कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था।