लदंन: शराब के आदी लोग अस्पताल में भर्ती किसी मरीज की तुलना में औसतन लगभग 7.6 साल पहले ही काल के गाल में समा जाते हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है। अध्ययन इस बात को दर्शाता है कि लती व्यक्ति को शराब कैसे मानसिक तथा शारीरिक दोनों स्तरों पर प्रभावित करती है और इस बुरी लत का जल्द से जल्द इलाज जरूरी है।
जर्मनी के युनिवर्सिटी ऑफ बॉन हॉस्पिटल के डाइटर स्कॉफ ने कहा, "शराब की लत से मानसिक तथा शारीरिक दोनों तरह की समस्याएं सामने आती हैं।"
स्कॉफ ने कहा, "ब्रिटिश जनरल अस्पताल में इलाज करा रहे शराब के लती व्यक्ति, शराब का सेवन न करने वाले मरीजों की तुलना में औसतन 7.6 साल पहले काल के गाल में समा गए।"
अध्ययन के लिए स्कॉफ तथा ब्रिटेन के रॉयल डर्बी हॉस्पिटल के प्रोफेसर रिनहार्ड हियून ने मैनचेस्टर के सात जनरल अस्पतालों में मरीजों पर 12.5 साल तक अध्ययन किया।
हियून ने कहा, "शराब के लती व्यक्तियों का प्रारंभिक अवस्था में शारीरिक तथा मानसिक इलाज कर उनकी जीवन प्रत्याशा को बढ़ाया जा सकता है।
यह अध्ययन पत्रिका 'यूरोपियन साइकेट्री' में प्रकाशित हुआ है।