बर्लिन: जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने यमन में होने वाले जमीनी हमलों में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है। हालांकि जॉर्डन, युद्धग्रस्त यमन में हस्तक्षेप कर रहे सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन का हिस्सा है। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, शाह अब्दुल्ला द्वितीय ने बर्लिन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल के साथ हुई वार्ताओं के बाद एक संयुक्त प्रेस सम्मेलन में कहा, "जॉर्डन सेना की ओर से यमन में होने वाले जमीनी युद्ध में शामिल होने की कोई प्रक्रिया नहीं हो रही है।"
शाह अब्दुल्ला ने कहा कि मिशन में आने का जॉर्डन का उद्देश्य सऊदी अरब की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
मर्केल ने कहा कि यमन में जारी वर्तमान संघर्ष को सैन्य तरीकों से सुलझाना मुश्किल होगा।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाला गठबंधन यमन में 26 मार्च से हौती शिया चरमपंथियों के ठिकानों पर निशाना साध रहा है। मंगलवार रात से प्रभाव में आए पांच दिवसीय मानवीय संघर्ष विराम के बावजूद यमन में तनाव लगातार बढ़ रहा है।