टोकियो: जापान ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ (ईयू) से निकलने पर चेतावनी दी है कि इससे जापानी कंपनियों को ब्रिटेन से बाहर जाने को मजबूर होना पड़ सकता है। यह जानकारी सोमवार को दी गई। सीएनएन मनी की रिपोर्ट के मुताबिक, कई जापानी कंपनियों ने ब्रिटेन में बड़ा निवेश किया है। इसमें वैश्विक बैंकिंग की बड़ी कंपनी नोमुरा (एनएमआर) और ऑटो की बड़ी कंपनी टोयोटा (टीएम), निशान (एनएसएएनएफ) और होंडा (एचएमसी) शामिल हैं।
चीन में रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान जापान ने अपने कंपनियों से जुड़ा एक 15 पृष्ठ का ज्ञापन सार्वजनिक किया। इसमें जापान ने अपनी कंपनियों की मांग को रखा कि ब्रिटेन ब्रिक्जिट से बाहर होने पर ईयू से किस तरह संभालेगा। सीएनएन मनी ने विज्ञप्ति के हवाले से कहा कि जापानी कंपनियां ब्रिटेन को यूरोप के प्रवेशद्वार के तौर पर देखती हैं और वहां निवेश करने बाद अब ब्रिटेन से यह भरोसा चाहती हैं कि किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
विज्ञप्ति में चेताया गया है कि ऐसी कंपनियां, जिनके यूरोपीय मुख्यालय ब्रिटेन में हैं, वे वहां से यूरोप में कहीं और स्थानांतरित की जा सकती हैं। साथ ही ईयू से हटने के बाद कानूनों के समाप्त होने पर ब्रिटेन में ये कानून मान्य होने चाहिए।
ऐसे कार निर्माता, जो ईयू के अलग हिस्सों से ऑटो के पुर्जो को मंगाते हैं और ब्रिटेन में उन्हें एसेंबल करते हैं, उन्हें ब्रिक्जिट के बाद इनकी कीमतों में वृद्धि के साथ सीमा शुल्क और यूरोपीय परिचालन में देरी का डर सताने लगा है। विज्ञप्ति में अतिरिक्त कर और नौकरशाही का व्यापार पर असर पड़ने पर भी बात भी कही गई है।