रोम: इटली में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये कड़ा कदम उठाते हुए बुधवार को दवाओं और खान-पान की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद कर दी गई हैं। देश में बीते दो हफ्तों में ही कोरोना वायरस से 827 लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में इसके अलावा भी कई प्रकार की पाबंदियां लगाई जा चुकी हैं। इनमें सार्वजनिक रूप से एकत्रित होना और यात्रा प्रतिबंध शामिल हैं।
इस बीच प्रधानमंत्री जूसेप कोंते ने राष्ट्र को संबोधित कर लोगों से पाबंदियों को लेकर अपील की है। उन्होंने कहा, ''बुनियादी जरूरतों जैसे दवा और खान-पान की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ''बार, पब, रेस्त्रां, सेलून और कैंटीन सेवाएं बंद रहेंगी। होम डिलीवरी जारी रहेगी। किराने का सामान खरीदने के लिये बाहर निकलने की जरूरत नहीं है।''
कोरोना वायरस (कोविड-19) से मोडेना, पर्मा, पियासेंज़ा, रेडियो एमिलिया, राम ने, पेसारो और उरबिनो, एलेसेंड्रा, एस्टी, नोवारा, वबार्नो क्यूसियो ओस्सोला, वसेर्ली, पादुआ, ट्रेविसो और वेनिस आदि सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र हैं।
दूसरी तरफ हजारों फ्लाइट्स रद्द किए जाने की वजह से भारत से इटली गए कुछ टूरिस्ट भी एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं। रोम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दर्जनों भारतीय छात्र फंसे हुए हैं और भारत वापस आने की राह में हैं।
बता दें कि एयर इंडिया की ओर से कहा गया है कि जबतक कोई भी यात्री नो-कोरोना सर्टिफिकेट नहीं दिखा पाएगा, तबतक उन्हें फ्लाइट में नहीं बैठाया जाएगा जबकि छात्रों का कहना है कि इटली के डॉक्टर अभी स्थानीय लोगों से निपट रहे हैं, ऐसे में विदेशियों को कोई भी अस्पताल या डॉक्टर हेल्थ क्लीरियंस नहीं दे रहा है।