बर्लिन: जर्मनी में इस्लामिक स्टेट के एक आतंकवादी द्वारा एक पर्यटक की चाकू मारकर हत्या करने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। सीरिया के रहने वाले इस आतंकी के इरादे बेहद खतरनाक थे, और वह ईसाइयों की जीभ काटकर उनकी हत्या करना चाहता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 20 साल के सीरियाई आतंकी अब्दुल्ला एएचएच को बुधवार को डेस्डेन इलाके में थॉमस एल नाम के एक 55 वर्षीय पर्यटक की चाकू मारकर हत्या करने और एक अन्य शख्स को बुरी तरह घायल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अब्दुल्ला ने बीते 4 अक्टूबर को इस वारदात को अंजाम दिया था।
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जेल से हाल ही में रिहा हुआ था अब्दुल्ला
बता दें कि अब्दुल्ला को इस घटना को अंजाम देने से सिर्फ 5 दिन पहले ही जेल से रिहा किया गया था। रिहा होने से पहले उसने 2 साल 9 महीने जेल में गुजारे थे। अब्दुल्ला को 18 साल की उम्र में जेल भेजा गया था। वह सीरिया के अलेप्पो शहर से लड़ाई के दौरान 2015 में जर्मनी पहुंचा था और उस समय नाबालिग था। मई 2016 में जर्मनी की सरकार ने उसे शरणार्थी का दर्जा दिया था। अपने आपराधिक रिकॉर्ड की वजह से 2019 में उसने अपनी नागरिकता खो दी थी, लेकिन सीरिया में गृहयुद्ध के चलते उसे वापस नहीं भेजा जा सका।
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इस्लामिक स्टेट के लिए शुरू कर दी थी भर्ती
अब्दुल्ला ने जर्मनी में शरणार्थी रहने के दौरान ही इस्लामिक स्टेट के लिए भर्तियां करनी शुरू कर दी थी। इसके साथ ही वह ईसाइयों को धमकाने भी लगा था। अब्दुल्ला ने एक ईसाई से कहा था, 'मैं आज तुमको मौत के घाट उतार दूंगा। तुम्हारा मुंह बहुत बडा़ है, और मैं तुम ईसाई की जीभ भी काट दूंगा।' अब्दुल्ला को 2017 में सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा बताकर गिरफ्तार किया गया था। माना जा रहा है कि इस समय जर्मनी में अब्दुल्ला की श्रेणी में शामिल करीब 600 कट्टरपंथी हैं।