मॉस्को: रूस और ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक सीधी चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सीरियाई वायुसेना अड्डे पर मिसाइल हमले ने सारी सीमा पार कर दी है और वे अब किसी भी नई 'आक्रामकता' का जवाब देंगे और अपने सहयोगी को मदद बढ़ाएंगे। रूस, ईरान और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थक अन्य सहयोगियों की सेनाओं वाले एक संयुक्त कमान ने रविवार को जारी एक बयान में 7 अप्रैल को सीरिया के होम्स प्रांत के शायरात वायुसेना अड्डे पर किए गए हमले को 'आक्रमकता की एक खतरनाक कार्रवाई' करार दिया है।
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सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी 'सना' के अनुसार, अमेरिका ने गुरुवार को होम्स प्रांत के शायरात वायुसेना अड्डे को लगभग 60 टॉमहॉक मिसाइलों से निशाना बनाया, जिसमें 6 सीरियाई सैनिक और 9 नागरिक मारे गए। मृतकों में 4 बच्चे भी शामिल थे। इस हमले में 9 युद्धक विमान भी नष्ट हो गए। अमेरिकी सरकार ने कहा कि वायुसेना अड्डे पर यह हमला खान शेखौन कस्बे में 4 अप्रैल को सीरियाई वायुसेना द्वारा किए गए रासायानिक हमले के प्रतिशोध स्वरूप किया गया, जिसमें करीब 80 लोग मारे गए थे।
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इस समूह द्वारा इलाम अल हारबी (वॉर मीडिया) पर प्रकाशित बयान के अनुसार, अमेरिका ने सीरिया पर हमला कर सारी सीमा पार कर दी है और अब से हम किसी भी पक्ष द्वारा किसी भी आक्रामकता का मुंहतोड़ जवाब देंगे और अमेरिका प्रतिक्रिया करने की हमारी क्षमता से भलीभांति परिचित है। बयान में कहा गया है कि सीरिया की सरकार अमेरिकी मिसाइल हमले के बाद सहयोगी सीरियाई सेना के लिए अपना समर्थन बढ़ाएगी। बयान में कहा गया है कि सीरिया में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति को 'अवैध' और सेना को 'व्यवसाय' के रूप में भेजा गया है।