लंदन: भारतीय दार्शनिक संत बासवेश्वर का जन्म दिवस पहली बार ब्रिटेन की सरजमीं पर उनकी एक प्रतिमा के साथ मनाया गया जिसे पिछले साल लंदन में स्थापित किया गया था। बासवेश्वर का 882वां जन्म दिवस कल लंदन में मनाया गया जिसके लिए लाम्बेठ काउंसिल से मंजूरी ली गई थी।
भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद भी मौजूद थे
योग गुरू एचआर नागेंद्र और कर्नाटक के समाज कल्याण मंत्री अंजेयेना को लंदन स्थित बासवेश्वर फाउंडेशन ने इस अवसर के लिए विशेष अतिथि के तौर पर बुलाया था। ग्रेट ब्रिटेन के सबसे लंबे समय तक भारतीय मूल के सांसद रहे कीथ वाज भी इस मौके पर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था बासवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण
ब्रिटेन की संसद के आसपास वैचारिक आधार पर ब्रिटिश सरकार द्वारा मंजूरी प्राप्त यह प्रथम प्रतिमा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल नवंबर में टेम्स नदी के तट पर बासवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण किया था। लोकतांत्रिक आदर्शों, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने और जातीय भेदभाव के खिलाफ भूमिका निभाने को लेकर ब्रिटिश सरकार ने प्रतिमा को मंजूरी दी थी। पूरा कार्यक्रम एक पाउंड के बजट में आयोजित किया गया जिसे प्रतिमा के लिए माला के लिए अदा किया गया था।
कार्यक्रम में कर्नाटक के संकटग्रस्त किसानों के लिए जुटाया गया धन
प्रतिमा स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नीरज पाटिल ने बताया कि कार्यक्रम के अवसर पर धन कर्नाटक के संकटग्रस्त किसानों की सहायता के लिए जुटाया गया और उसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया गया।