लंदन: ब्रिटेन में भारतीय मूल के एक व्यक्ति ने एक अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि चिकित्सकों की इलाज में तत्परता से उसकी 30 वर्षीय पत्नी की जान बचाई जा सकती थी। उसकी पत्नी के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिससे उसकी मौत हो गई। प्रभारंजन बहेरा ने अपनी पत्नी मधुमिता मंडल को सात सितंबर, 2013 को क्रोयडोन यूनिवर्सिटी हास्पिटल में दुर्घटना एवं आपातसेवा कक्ष में भर्ती कराया था। मधुमिता चार घंटे से भी अधिक समय से उल्टियां कर रही थीं।
समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार बहेरा ने कहा, मुझे लगता है कि कई मौके ऐसे थे जब चिकित्सकों ने अगर समय से दखल दिया होता और उपचार करते तो वह आज मेरे साथ होती। उनकी पत्नी एक बीमा पेशेवर थी और बीमार पड़ने के चार दिनों बाद उसकी मौत हुई।