ब्रसेल्स: यूरोपीय संसद के सदस्य ज्योफ्री वान आर्डन का कहना है कि भारत और अमेरिका चाहते हैं कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ (ईयू) में बना रहे और इनका मानना है कि अगर ब्रिटेन अलग हुआ तो यह ईयू के लिए बड़ा झटका होगा।
उन्होंने कहा, ‘भारत और अमेरिका जैसे देश चाहते हैं कि हम ईयू में बने रहें ताकि इस संस्थान में थोड़ी व्यावहारिक समझ रहे और यूरोपीय संघ के भीतर उनके हितों का ध्यान रखा जाए।’ वान ओर्डन ने कहा कि उन्होंने अपने दृष्टिकोण की घोषणा नहीं की है लेकिन इस बारे में उचित समय पर घोषणा की जाएगी।
ब्रिटेन यूरोपीय संघ में बना रहेगा या नहीं इसके लिए आगामी 23 जून को फैसला होगा। 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह को लेकर आधिकारिक प्रचार अभियान शुरू हो गया है। 'वोट लीव' (हटने के लिए मतदान) और 'ब्रिटेन स्ट्रांगर इन यूरोप' (यूरोपीय खेमे में ब्रिटेन ज्यादा मजबूत) विषयों पर मतदान होगा। इन दोनों पक्षों के लोगों ने जनमत संग्रह के लिए प्रचार अभियान शुरू कर दिया है।