नई दिल्ली: बहुत बार ऐसा होता है कि आप अपने परिवार के साथ छुट्टिंया मनाने जाते हैं लेकिन ऑफिस के मेल और बॉस का फोन लगातार आने से आपके परिवार वाले बोर हो जाते हैं या यूं कहे कि आप उनके मूड को खराब करने के जिम्मेदार होते हैं। इन्हीं बातों को ध्यान रखते हुए फ्रांस सरकार ने अपने लेबर लॉ में कुछ बदलाव किए हैं।
सरकार की ओर से यह निर्णय लिया गया है कि 50 कर्मचारियों से अधिक संख्या वाली कंपनी में बॉस छुट्टियों के दौरान अपने कर्मचारियों को काम के सिलसिले में फोन नहीं कर सकते हैं, और ना ही कोई मेल भेज सकते हैं। फ्रांस में अब ऐसा करना गैर-कानूनी माना जाएगा। फ्रेंच लेबर रिफॉर्म बिल में एक ऐसा अमेंडमेंट है जिसमें कर्मचारियों को 'राइट टू डिस्कनेक्ट' का अधिकार है। इसका मतलब यह हुआ कि ऑफिस के बाद कोई कर्मचारी को कोई मेल नहीं भेज सकता है।
एक सर्वे से पता चला है कि वर्तमान समय में काम करना बहुत ही मुश्किल हो गया है। ऑफिस का काम करने के बाद भी कर्मचारी मानसिक तौर पर ऑफिस में ही रहते हैं। इसके अलावा कर्मचारी घर आने के बाद भी ऑफिस का काम करते हैं। ऑफिस बर्न आउट की समस्या के चलते ही फ्रांस की सरकार ने यह कदम उठाया है।
राइट टू डिस्कनेक्ट के मुताबिक अब वीकेंड, लेट नाइट और छुट्टियों में ऑफिस के कामों के लिए परेशान नहीं होना होगा। अब कम से कम फ्रांस में तो घर बैठकर ऑफिस का मेल चेक करना खत्म होने जा रहा है।