वारसा: पोलैंड में 11 अगस्त की रात को आए आंधी-तूफान और तेज हवाओं के चलते करीब 30,000 हेक्टेयर जंगल पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक और अधिक नुकसान की आशंका है क्योंकि पोलैंड के कई स्थानों से अभी भी इस संबंध में खबरें आ रही हैं।"
देश की वन मंत्री की प्रवक्ता एना मलिनोव्सका ने कहा, "केवल पेड़ों को ही नहीं, बल्कि जानवरों और कई महत्वपूर्ण प्रजातियों के पौधों को भी नुकसान हुआ है।" उन्होंने कहा कि पोलैंड के जंगलों में तूफान के कारण कभी इतना बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। (नवाज शरीफ की पत्नी के खिलाफ हाफिज सईद की पार्टी ने उतारा अपना उम्मीदवार)
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि जंगल को फिर से तैयार होने में दो साल लग सकते हैं। पोलैंड में 11 अगस्त की रात को कई जगहों पर, विशेष रूप से पोमेरानिया, ग्रेटर पोलैंड और कुयाविया क्षेत्रों में तूफान आया।
तेज हवाओं के चलने से गंभीर नुकसान हुआ है और साथ ही दो किशोरियों सहित छह लोगों की मौत हो गई। पोलैंड के आंतरिक एवं प्रशासन मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि तूफान से प्रभावित 6,000 परिवारों को सहायता राशि के तौर पर 85 लाख डॉलर दिए जाएंगे।