संयुक्त राष्ट्र: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि भारत रूसी रक्षा खरीद पर कोई स्वतंत्र निर्णय लेगा। रूसी रक्षा खरीद को संभावित रूप से अमेरिकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने यहां शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं समझ सकता हूं कि भारत, कैसे आगे बढ़े और उसे किस तरह के हथियारों की जरूरत है, इसपर वह एक स्वतंत्र निर्णय लेगा।
अगले महीने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत दौरे के दौरान रूस के साथ 8.5 अरब डॉलर के प्रस्तावित रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर में विलंब होने की संभावना के सवाल पर लावरोव ने कहा कि मैंने समय, विलंब और किसी चीज पर रोक लगाने के बारे में कुछ भी नहीं सुना है। इस सौदे में एक मिसाइल रक्षा प्रणाली भी शामिल है।
फ्रांस से राफेल जेट की खरीद को लेकर विवादों के मद्देनजर भारत के साथ रूस के रक्षा सौदों में क्या वह उन सभी बिंदुओं को दूर कर देंगे? लावरोव ने कहा कि वह भ्रष्टाचार के आरोपों से अवगत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमने उसकी आपूर्ति के लिए सौदे में हिस्सा लिया था, लेकिन हमें यह मिल नहीं पाया।