बर्लिन: जर्मनी में एक पेंशनभोगी को दूसरे विश्व युद्ध के एक टैंक सहित बड़ी संख्या में अवैध हथियार रखने के लिए दोषी ठहराया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 84 वर्षीय इस शख्स के पास हथियारों का पूरा एक जखीरा था। बुजुर्ग इस टैंक को सर्दियों में बर्फ के हल के रूप में इस्तेमाल करते देखा गया था। उसके वकील के अनुसार, एक अमेरिकी संग्रहालय उसके पैंथर टैंक को खरीदने में रुचि रखता है। कई अमेरिकी इतिहासकारों का तर्क है कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी द्वारा तैनात इस तरह का सबसे बढ़िया टैंक था।
शख्स पर 2.5 लाख यूरो का लगा जुर्माना
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 84 वर्षीय प्रतिवादी को 14 महीने की निलंबित जेल की सजा दी गई है और 250,000 यूरो का जुर्माना भरने का आदेश दिया गया है। निलंबित जेल की सजा होने का मतलब उसे कैद नहीं होगी और सजा सस्पेंडेड रहेगी। अधिकारियों ने टैंक और अन्य द्वितीय विश्व युद्ध के सैन्य उपकरण 2015 में उत्तरी शहर हाइकेंडोर्फ में प्रतिवादी के घर पर पाए थे। सोमवार को अदालत ने आदेश दिया कि प्रतिवादी, जिसके नाम का खुलासा जर्मन गोपनीयता कानूनों के तहत नहीं किया जा सकता है, को अगले दो वर्षों के भीतर एक संग्रहालय या कलेक्टर को टैंक और एक विमानविरोधी तोप को बेचना या दान करना होगा।
टैंक को निकालने में लगे थे कुल 9 घंटे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 84 वर्षीय बुजुर्ग के वकील ने यह भी कहा कि कई जर्मन कलेक्टरों ने प्रतिवादी से अन्य वस्तुओं पर संपर्क किया है, जिसमें असॉल्ट राइफलें और पिस्तौल शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों ने 2015 में बर्लिन से सूचना मिलने के बाद प्रतिवादी की प्रॉपर्टी पर छापा मारा था। इन हथियारों की बरामदगी के लिए शख्स के पूरे घर की तलाशी ली गई थी। इस शख्स द्वारा रखे गए पैंथर टैंक को निकालने में लगभग 20 सैनिकों को लगभग 9 घंटे लगे थे।