लंदन: ब्रिटेन की राजधानी लंदन के ग्रेनफेल टॉवर में लगी भीषण आग एक फ्रीज में आई खराबी के चलते लगी थी। लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने यह भी कहा कि 24 मंजिला इस इमारत की सुरक्षा प्रणाली सभी सुरक्षा जांच में खरी नहीं उतरी।
स्कॉटलैंड यार्ड की डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट फियोना मैक्कोरमैक ने एक बयान जारी कर कहा कि इमारत में लगा तापरोधन और टाइल्स सुरक्षा जांच में खरे नहीं उतरे और जांच के दौरान इमारत की बाहरी सुरक्षा प्रणाली की अपेक्षा तापरोधन कहीं अधिक ज्वलनशील पाया गया। समाचार पत्र 'इवनिंग स्टैंडर्ड' में फियोना के हवाले से कहा गया है कि पुलिस जनसंहार का मामला दर्ज करने पर विचार करेगी। पिछले सप्ताह लंदन के ग्रेनफेल टॉवर में लगी भीषण आग में 79 लोगों की मौत हो गई और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए। मैक्कोरमैक ने हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका भी जाहिर की है।
फियोना ने कहा है कि पुलिस ने जांच में पाया है कि इमारत में आग लगने की मुख्य वजह चौथी मंजिल पर स्थित एक फ्लैट में फ्रीज के फ्रीजर में आई खराबी थी और इमारत में जानबूझकर आग नहीं लगाई गई थी। फियोना ने कहा कि पुलिस हादसे से जुड़ी कंपनियों, संगठनों या लोगों के खिलाफ स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के उल्लंघन का मामला दर्ज करने पर भी विचार कर रही है। फियोना ने ग्रेनफेल टॉवर अग्निकांड को लंदन में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सबसे बड़ा अग्निकांड बताया। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि इमारत की बाहरी सुरक्षा प्रणाली तैयार करने में अवैध सामग्री तो इस्तेमाल नहीं की गई थी।