बर्लिन: जर्मनी शांति स्थापना अभियान के लिए और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के खिलाफ लड़ाई में मदद देने के लिए लगभग 650 सैनिक माली भेजेगा। रक्षा मंत्री उर्सुला वोन डेर लेयेन द्वारा बुधवार को यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब दो सप्ताह से भी कम समय पूर्व पेरिस में आतंकी हमला (जिसमें 130 लोग मारे गए थे) हुआ था, और उसके बाद माली की राजधानी बामको में एक होटल में लोगों को बंधक (जिसमें 19 लोग मारे गए थे) बना लिया गया था।
लेयेन ने कहा कि जर्मनी के सैनिक माली में फ्रांस की अगुवाई वाले शांति स्थापना मिशन की मदद करेंगे। लेयेन के मुताबिक, यह फैसला आईएस के खिलाफ लड़ाई में तनावग्रस्त फ्रांस को राहत देन के मकसद से लिया गया है। अधिदेश को जल्द ही मंजूरी के लिए जर्मनी की संसद में पेश किया जाएगा।
पेरिस पर हुए हमलों ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में फ्रांस को सबसे आगे लाकर खड़ा कर दिया है। माली में फ्रांस के हजारों सैनिक मौजूद हैं, लेकिन पिछले सप्ताह बामको के एक होटल में लोगों को बंधक बनाने की घटना ने यह डर पैदा कर दिया है कि यह पश्चिम अफ्रीकी देश अपनी सीमा में मौजूद आतंकवादी संगठनों का मुकाबला करने में अब भी असमर्थ है।