बर्लिन: जर्मनी में एक पुरुष नर्स की हैरान करने वाली खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस नर्स पर जानलेवा ड्रग्स का इस्तेमाल करके कम से कम 106 मरीजों को मौत की नींद सुलाने का आरोप है। जांचकर्ताओं के मुताबिक, मरने वालों की संख्या इससे भी ज्यादा हो सकती है क्योंकि कई अन्य शवों का भी परीक्षण किया जा रहा है। आरोपी नर्स का नाम नील्स होजेल (41) है। नील्स पहले ही 2015 में 2 हत्याओं के मामले में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोर्ट में सुनवाई के दौरान नील्स ने माना कि उसने जानबूझकर कम से कम 90 मरीजों को हार्ट अटैक की स्थिति तक पहुंचाया। उसने कहा कि उसे ऐसा करने में मजा आता था। पुलिस ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने कई हत्याओं की जांच पूरी कर ली है। उन्होंने होजेल को 16 और हत्याओं का दोषी माना है। नील्स 1999 से 2005 के बीच 2 स्थानीय अस्पतालों में नर्स था और इसी दौरान उसने मरीजों की की हत्या की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने ओल्डेनबर्ग में 1999 से 2002 तथा डेलमेनहार्स्ट के अस्पताल में 2003 से 2005 तक काम किया था।
पुलिस ने कब्रिस्तानों से निकाले 134 शव
पुलिस ने जांच के लिए विभिन्न कब्रिस्तानों से 134 शव निकाले हैं। पुलिस का मानना है कि अगर दोनों अस्पताल के कर्मचारियों ने नील्स की गतिविधियों की पहले ही सूचना दे दी होती तो शायद इतने लोगों की जान नहीं गई होती। जांचकर्ताओं के मुताबिक, नील्स को सही तरीके से मरीजों की पूरी संख्या तो याद नहीं है, लेकिन उसने 30 ऐसी घटनाओं की तस्दीक की है। अभियोजक पहले ही कह चुके है कि नील्स के खिलाफ 2018 की शुरूआत में और आरोप लगाए जाने की उम्मीद है।
मरीजों की जान से नाम और मजे के लिए खेलता था!
नील्स पर आरोप है कि वह मरीजों को जानबूझ कर ड्रग्स की ज्यादा मात्रा देता था। इस वजह से या तो मरीजों को हार्ट अटैक आ जाता था या उनके शरीर के दूसरे अंग काम करना बंद कर देते थे। मरीजों के मरणासन्न हालत में पहुंचने के बाद वह उनका इलाज करता था और यदि वह मरीजों को बचाने में सफल हो जाता तो अपने सीनियर्स के बीच उसका नाम हो जाता था। इसीलिए वह इस तरह की खौफनाक चीजों को अंजाम देता था।