बर्लिन: जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल की मध्य-दक्षिणपंथी पार्टी ने देश में नए चांसलर के लिए इस साल होने वाले चुनाव से पहले शनिवार को आर्मिन लैशेट को अपना नया नेता चुन लिया है। आर्मिन लैशेट देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया के गवर्नर हैं। लैशेट ने क्रिस्चन डेमोक्रेटिक यूनियन (CDU) के ऑनलाइन सम्मेलन में रूढ़िवादी फ्रेडरिक मर्ज़ को शिकस्त दी है। लैशेट को 521 वोट मिले जबकि मर्ज़ को 466 मतों से संतोष करना पड़ा। इसके अलावा तीसरे प्रत्याशी प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधि नॉरबर्ट रॉएटजन मतदान के पहले ही दौर में बाहर हो गए थे।
2005 से जर्मनी की चांसलर हैं एंजेला मर्केल
इस चुनाव के नतीजे की अब आधिकारिक रूप से डाक मत पत्रों के जरिए पुष्टि करानी होगी जिसके एक औपचारिकता रहने की उम्मीद है लेकिन जर्मनी के कानून के तहत यह जरूरी है। बहरहाल, शनिवार को हुआ मतदान इस बात को लेकर अंतिम फैसला नहीं करता है कि इस साल 26 सितंबर को होने वाले चुनाव में चांसलर पद के लिए मध्य दक्षिणपंथी पार्टी की ओर से कौन चुनाव लड़ेगा, लेकिन उम्मीदवार के चयन में लैशेट की बड़ी भूमिका होगी या वह खुद चुनाव लड़ सकते हैं। गौरतलब है कि मर्केल 2005 से जर्मनी की चांसलर हैं और उन्होंने 2018 के अंत में कहा था कि वह पांचवें कार्यकाल के लिए चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने CDU के प्रमुख पद से भी इस्तीफा दे दिया था।
11 महीने से जारी अनिश्चितता पर लगा विराम
बहरहाल, नए नेता पर फैसला होने से जर्मनी की सबसे मज़बूत पार्टी में नेतृत्व को लेकर 11 महीने से चल रही अनिश्चितता पर विराम लग गया है। पार्टी की निवर्तमान प्रमुख एनेग्रेट क्रैम्प-कर्रेनबाउर पार्टी पर अपनी पकड़ स्थापित करने में नाकाम रही थीं और उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। उनके उत्तराधिकारी को चुनने के लिए होने वाले मतदान को कोरोना वायरस महामारी की वजह से 2 बार टाला गया है। साल 2017 में नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया राज्य के गवर्नर निर्वाचित हुए 59 वर्षीय लैशेट ने प्रतिनिधियों से कहा, ‘हमें स्पष्ट बोलना चाहिए लेकिन ध्रुवीकरण नहीं करना चाहिए। हमें समाज को एक साथ रखने, एकीकृत करने में सक्षम होना चाहिए। अगर हम मजबूत होंगे तो हम जीतेंगे।’