हैमबर्ग: जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शनों में कुल मिलाकर 197 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उन्हें हैमबर्ग के सेंट पाउली में भी हिंसक झड़पों का सामना करना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों के विरोध से पैदा हुई अफरा-तफरी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में उनके द्वारा स्टोर लूट लिए।
प्रशासन ने राहगीरों एवं प्रदर्शन में शामिल नहीं होने वाले लोगों से प्रदर्शन से दूर रहने को कहा है। ये प्रदर्शन गुरुवार को 'वेलकम टू हेल' मार्च नाम से शुरू हुए थे, जिसमें हजारों की संख्या में हूड पहने कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। पुलिस ने वाटर कैनन से इन प्रदर्शनकारियों को रोका। जर्मन सरकार ने सम्मेलन और अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान कराने के लिए 19,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की।
जर्मनी की चांसलर एवं सम्मेलन की मेजबान एंजेला मर्केल ने इस हिंसा की निंदा की। उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘मैं शांतिपूर्ण प्रदर्शनों की हितकर हूं लेकिन हिंसक प्रदर्शनों से लोगों के जीवन को खतरा होता है और ये प्रदर्शनकारियों के खुद के लिए भी खतरनाक होते हैं। इससे पुलिसकर्मी से लेकर सुरक्षाकर्मी और स्थानीय नागरिक सभी की सुरक्षा को खतरा रहता है। इसलिए ये प्रदर्शन स्वीकार्य नहीं है।’