पेरिस: फ्रांस के प्रधानमंत्री मैनुएल वाल्स ने आने वाले दिनों में और आतंकी हमले होने को लेकर देश को सावधान किया है। उन्होंने कहा कि करीब 15 हजार लोग फ्रांस में कट्टरपंथी बनने की प्रक्रिया में हैं और पुलिस के रडार पर हैं जबकि 1400 के खिलाफ जांच चल रही है। यूरोप नंबर 1 रेडियो और आईटेले टेलीविजन को दिए इंटरव्यू में वाल्स ने कहा कि प्रशासन आतंकी हमलों को प्रत्येक दिन के आधार पर रोकते हैं, लेकिन हर आतंकी को पकड़ा नहीं जा सकता।
वाल्स ने कहा कि पिछले हफ्ते दो हमले नाकाम किए गए। उन्होंने चेतावनी दी, ‘नए हमले होंगे, और निर्दोष शिकार होंगे। यह मेरी जिम्मेदारी है कि फ्रांस के लोगों से सच कहूं। हमलोग निशाने पर हैं हर आदमी इसे समझता है।’ उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में हमले का खतरा सबसे ज्यादा है। वाल्स ने कहा, ‘हमारे फ्रांस के 700 जिहादी और नागरिक अभी इराक और सीरिया में लड़ रहे हैं। इनमें 275 महिलाएं और दर्जनों बच्चे जुड़े हो सकते हैं।’
पेरिस में इस हफ्ते एक अधिकारी ने कहा कि उसने इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक आतंकी सेल का पता लगाया है जो पेरिस की घनी आबादी वाले पेरिस गारे डि लयोन रेलवे स्टेशन पर बम से आतंकी हमला के अंजाम देने की साजिश रच रहा था। इसके बाद से शहर में कड़ी चौकसी रखी गई थी। पुलिस ने कट्टरपंथी बनीं तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया था, जिनका इरादा आईएस के नेता अबू मुहम्मद अल अदनानी की मौत का बदला लेने के लिए कथित रूप से रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट करना था।
वाल्स ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी के उस विचार की आलोचना की, जिसमें उन्होंने सुरक्षा के लिए आतंकियों से संबंध रखने वाले फ्रांस के लोगों को एहतियात के तौर पर हिरासत में रखने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि ऐसे उपाय से और हमले के लिए प्रेरणा मिल सकती है। फ्रांस के गृह मंत्री बर्नार्ड सेजेनूवे ने शनिवार को घोषणा की कि इस साल की शुरुआत से प्रशासन ने आतंकी नेटवर्क से जुड़े 293 लोगों को गिरफ्तार किया है।
फ्रांस में पिछले साल हुए भीषण आतंकी हमले में 130 लोगों की मौत हुई थी और 368 घायल हुए थे। इस साल 14 जुलाई को दूसरा आतंकी हमला हुआ जिसमें 84 लोगों की मौत हुई थी।