पेरिस: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। एलिसी पैलेस ने एक बयान में गुरुवार को इसकी पुष्टि की। इसके साथ ही वह विश्व के उन तमाम शीर्ष नेताओं की फेहरिश्त में शामिल हो गए हैं, जो इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। बयान में कहा गया कि 42 वर्षीय राष्ट्रपति में वायरस का पहला लक्षण पाया गया। जिसके बाद उनका एक पीसीआर टेस्ट कराया गया। बयान के अनुसार, "जैसा कि मौजूदा स्वास्थ्य दिशानिर्देश सभी के लिए लागू हैं, राष्ट्रपति खुद सात दिनों के लिए आइसोलेट रहेंगे। वह अपना काम करना जारी रखेंगे और दूर रहकर सारी गतिविधि करेंगे।"
इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है कि वह कैसे कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं, लेकिन उनके कार्यालय ने कहा कि उन लोगों की पहचान की जा रही है, जो उनके करीबी संपर्क में थे। फ्रांस में कोरोना वायरस के अबतक 2,465,126 मामले पाए गए हैं और इस महामारी से 59,472 लोगों की मौत हो चुकी है।
मैक्रों ने पिछले हफ्ते के आखिर में यूरोपीय संघ के एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल के साथ द्विपक्षीय बैठक की थी। राष्ट्रपति ने बुधवार को पुर्तगाल के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की थी। पुर्तगाल के अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है। मैक्रों ने बुधवार को सरकार की साप्ताहिक कैबिनेट बैठक की थी जिसमें प्रधानमंत्री ज्यां कैस्टेक्स और अन्य मंत्री मौजूद थे।
कैस्टेक्स के दफ्तर ने बताया है कि प्रधानमंत्री सात दिन के लिए पृथक-वास में चले गए हैं। राष्ट्रपति आवास ने पुष्टि की है कि मैक्रों की अगले हफ्ते होने वाली लेबनान की यात्रा को रद्द कर दिया गया है। मैक्रों और अन्य अधिकारी बार-बार कहते आए हैं कि वे महामारी के दौरान सफाई प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कर रहे हैं और किसी से हाथ नहीं मिला रहे हैं, मास्क पहन रहे हैं तथा लोगों से दूरी बना कर रख रहे हैं।
42 वर्षीय मैक्रों को सात दिन के लिए आईसोलेट कर दिया गया है। हालांकि मैक्रों अभी भी कार्यभार संभाल रहे हैं और वह आईसोलेशन में रहते हुए ही काम करेंगे। बता दें कि फ्रांस में कोरोना वायरस के बढ़ेत मामलों को देखते हुए रात्रि कर्फ्यू की शुरुआत की गई है। ऐसे में मैक्रों के सभी आगामी दौरे भी रद्द कर दिए गए हैं।
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप, बोरिस जॉनसन और जायर बोलसोनारो भी कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं। फ्रांस में 21 नंवबर के बाद से कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और इसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग जान भी गंवा रहे हैं। फ्रांस में एक तरफ इस महामारी से 20 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं वहीं 60 हजार के करीब लोगों ने अपनी जान गंवाई है।