पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने खुद के कोरोना संक्रमित होने के लिये शुक्रवार को लापरवाही और अपनी खराब किस्मत को दोषी ठहराया। उन्होंने देशवासियों से अपनी सुरक्षा करने का आग्रह किया। मैक्रों के आलोचकों कहना है कि उन्होंने संक्रमण से बचाव में लापरवाहियां बरतीं, जिसमें लोगों से हाथ मिलाना और बीते सप्ताह कई बार सामूहिक रूप से भोजन किया जाना शामिल हैं। मैक्रों ने शुक्रवार को एक वीडियो साझा की, जिसमें उन्होंने कहा उन्हें सिरदर्द, थकान और सूखी खांसी हो रही है। उन्होंने अपने स्वास्थ्य के बारे में रोजाना जानकारी देने की बात कही। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस की चपेट में आ गए थे । मैक्रों (42) ने कहा, ''मैं ठीक हो रहा हूं।''
पिछले सप्ताह यूरोपीय संघ के सम्मेलन के दौरान मैक्रों के साथ समय बिताने वाले स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री इगोर मैटोविक भी शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को मैक्रों से फोन पर बात कर उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की थी। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। फ्रांस में मैक्रों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की आलोचना हो रही है। कहा जा रहा है कि उन्होंने ऐसे समय में लापरवाहियां बरती हैं, जब देश में कोविड-19 मामलों में फिर से उछाल देखा जा रहा है और डॉक्टर लोगों के ऐहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं।
मैक्रों ने सोमवार को आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन के प्रमुख एंजेल गुरिया से बैठक के दौरान हाथ मिलाया था और गले भी मिले था। हालांकि दोनों ने मास्क पहन रखे थे, लेकिन मैक्रों के कार्यालय ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि यह एक 'गलती' थी। मैक्रों ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि उन्हें अधिक ऐहतियात बरतना चाहिये था और वह दुर्भाग्य से महामारी की चपेट में आ गए।