पेरिस: फ्रांस सरकार सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल - असद से लीजन ऑफ ऑनर सम्मान वापस लेने पर विचार कर रही है। लीजन ऑफ ऑनर फ्रांस का सर्वाधिक प्रतिष्ठित सम्मान है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों के कार्यालय ने कल कहा , ‘‘ द एलिसी ने इस बात की पुष्टि की है कि लीजन ऑफ ऑनर वापस लेने की प्रक्रिया चल रही है। ’’ फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति जै क शिराक ने 2001 में असद को लीजन के सर्वोच्च रैंक ‘ ग्रेट क्रॉस ’ से सम्मानित किया था। (पीएम मोदी ने स्वीडन में की आधिकारिक दौरे की शुरूआत, किंग कार्ल 16वें गुस्ताफ से की मुलाकात )
केवल फ्रांस का राष्ट्रपति ही किसी विदेशी से लीजन सम्मान वापस लेने के बारे में निर्णय कर सकता है। असद पर देश में चल रहे गृह युद्ध के दौरान अपने ही देश के लोगों पर सिलसिलेवार रासायनिक हमले करने के आरोप लगते रहे हैं। गौरतलब है कि, जर्मनी के विदेश मंत्री हाइको मास ने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के पद से हटने के बाद ही सीरियाई संकट का समाधान होगा। चांसलर एंजेला मर्केल (सीडीयू) के आधिकारिक प्रवक्ता स्टेफन सेबर्ट ने सोमवार को कहा कि सीरियाई संघर्ष का दीर्घकालीन समाधान असद के बिना ही संभव है।
जर्मनी के विदेश मंत्री का यह बयान अमेरिका के नेतृत्व में सीरिया पर हवाई हमलों में शामिल होने के जर्मनी के इनकार के बावजूद आया है। गौरतलब है कि शनिवार को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने संयुक्त रूप से सीरिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए।