हेग: फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां-मार्क एयरॉल्ट ने कहा है कि सीरिया में युद्ध अपराधों के मामलों में इस्लामिक स्टेट के जिहादियों के खिलाफ जांच के लिए फ्रांस अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) की मदद करने के लिए तैयार है। वर्ष 2002 में स्थापित आईसीसी विश्व का एकमात्र स्थायी युद्ध अपराध न्यायालय है। सीरिया को हेग स्थित न्यायालय में ले जाने के प्रयास अभी तक विफल रहे हैं क्योंकि रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो का इस्तेमाल करके इन प्रयासों को बाधित कर दिया था। (विदेश की बाकी खबरों के लिए पढ़ें)
चूंकि सीरिया सदस्य देश नहीं है इसलिए ऐसा कदम उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र की मंजूरी जरूरी हो जाती है। एयरॉल्ट ने एएफपी को बताया कि यदि ये मामले उन फ्रांसीसी नागरिकों से जुड़े होते हैं, जो सीरिया में दाएश (आईएस) के साथ मिलकर युद्ध कर रहे हैं, तो कार्रवाई शुरू की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि यदि इसमें आगे बढ़ने के लिए कोई रास्ता है तो हम सहयोग करने के लिए और अपना समर्थन देने के लिए तैयार हैं। रूस ने बुधवार को न्यायाधिकरण की स्थापना के समय के रोम कानून से अपनी मंजूरी को औपचारिक तौर पर हटा लेने की बात कहते हुए न्यायालय को झटका दिया था। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा था, न्यायालय इससे जुड़ी उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा और पूरी तरह आत्मनिर्भर नहीं हुआ। उन्होंने इसके काम को एकपक्षीय और अक्षम बताया।