लंदन: फेसबुक के डेटा के सहारे भारत और अमेरिका की राजनीति में दखल देने का आरोप झेल रही ब्रिटिश कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका बंद होने जा रही है। कल कैम्ब्रिज एनालिटिका ने अपना सारा कामकाज तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में स्वयं को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन देने की भी घोषणा की है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, यह तय किया गया है कि अब व्यवसाय में बने रहने की कोई संभावना नहीं है। कंपनी पर फेसबुक के करोड़ों उपयोक्ताओं की निजी जानकारी का दुरूपयोग करने का आरोप है। कैम्ब्रिज एनालिटिका पर करीब आठ करोड़ सत्तर लाख फेसबुक यूजर के डेटा चोरी का आरोप है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर जारी एक बयान में कहा है कि हालांकि उस पर लगे आरोप आधारहीन हैं लेकिन ग्राहक नहीं होने की वजह से उसे अपना बिजनेस बंद करना पड़ रहा है।
कंपनी के मुताबिक मीडिया कवरेज की वजह से लगभग सभी ग्राहक और सप्लायर गायब हो गए हैं। इसकी वजह से ये फ़ैसला लिया गया है कि अब इस बिजनेस में ऑपरेट करना आर्थिक रूप से फायदे का सौदा नहीं रह गया है। कंपनी ने ब्रिटेन और अमेरिका में स्वयं को दिवालिया घोषित करने के लिए आवेदन भी कर दिया है।
बता दें कि कैम्ब्रिज एनालिटिका ने दो हजार सोलह के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था। हाल ही में कंपनी पर ये भी आरोप लगा था कि उसने 2014 में भारत के आम चुनावों को भी प्रभावित किया था। फेसबुक ने भी स्वीकार किया था कि करीब नौ करोड़ यूजर्स के डेटा में कैंब्रिज एनालिटिका ने सेंध लगाई थी। भारत सरकार ने इस मामले में कड़ा एतराज जताते हुए फेसबुक पर कार्रवाई की बात कही थी।