हाल ही में ब्रुसेल्स के मोलेनबीक में एक ऐसी प्रदर्शनी लगाई गई जिसे सभी लोग देखते रह गए। इस प्रदर्शनी की सभी जगह चर्चा हो रही है। प्रदर्शनी में रेप पीड़ितों के क्राइम सीन के वक्त के कपड़े दिखाए गए। इस प्रदर्शनी के जरिए लोगों को यह संदेश दिया गया कि, रेप का कपड़ों से कोई संबंध नहीं होता।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि लड़की ने क्या पहना था। इस प्रदर्शनी को एक टाइटल दिया गया जो था- ''क्या ये मेरी गलती है।'' अंग्रजी वेबसाइट मेट्रो के अनुसार, पीड़ितों की सहायता करने वाली एक संस्था की कर्मचारी लीशबेथ केन्स ने कहा, जब आप इस प्रदर्शनी को देखेंगे तो आपको भी यहीं लगेगा कि यह ये सामान्य कपड़े हैं जो हर कोई पहनता है। यहां एक बच्चे की भी शर्ट है, जिसको 'माय लिटिल पोनी' नाम दिया गया है।
मोनेलबेक की रोकथाम सेवा की प्रोजेक्ट मैनेजर डेलफिन गूसेन्स ने कहा, हम चाहते हैं लोग समझें कि महिला जो पहनना चाहती हैं वो पहनें। छोटे कपड़े पहनने से रेप नहीं होता है। इस प्रदर्शनी में ये संदेश दिया गया है कि 'कोई कपड़ा रेप होने से नहीं रोक सकता।'