ब्रसेल्स: यूरोपीय संघ ने तेहरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने के मकसद से किए गए समझौते को कायम रखने के लिए ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ को फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी के उनके समकक्षों के साथ वार्ता के लिए गुरुवार को बुलाया है। ईरान ने वर्ष 2015 में किए गए ऐतिहासिक समझौते से अमेरिका के पीछे हटने को लेकर चेताया था जिसके बाद जरीफ और यूरोपीय संघ के इन तीन सदस्यों के बीच यह बैठक होगी। यह बैठक हालिया विरोध प्रदर्शनों के बाद ईरान में जारी भारी राजनीतिक तनाव के बीच होगी। इन प्रदर्शनों में 21 लोगों की जान जा चुकी है। बहरहाल, जरीफ ने अशांति के मामले को बैठक में उठाए जाने की बात खारिज कर दी है। (तुर्की आपातकाल की सीमा 3 महीने और बढ़ाएगा )
ईरान ने कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाने के लिए विश्व की छह शक्तियों के साथ एक समझौता किया था लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की निंदा करते हुए इससे पीछे हटने की धमकी दी है। यूरोपीय संघ ने एक बयान में कहा, ‘‘यूरोपीय संघ की उच्च प्रतिनिधि फेडेरिका मोघेरिनी फ्रांस के जीन-यवेस ले ड्रियान, जर्मनी के सिग्मर गाब्रियल, ब्रिटेन के बोरिस जॉनसन और ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ के साथ गुरुवार 11 जनवरी को ब्रसेल्स में होने वाली बैठक आयोजित करेंगी।’’
बयान में कहा गया, ‘‘बैठक संयुक्त कार्य योजना का पूर्ण एवं निरंतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए जारी कार्य के संदर्भ में होगी।’’ यूरोपीय संघ ने ईरान परमाणु समझौता कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और अब वह अमेरिकी सांसदों को इससे पीछे न हटने के लिए मना रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समझौते के तहत अभी तक नियमित अंतराल पर परमाणु संबंधी प्रतिबंध हटाते रहे हैं।