यूरोप में कोरोना के एक नए वैरिएंट का खतर मंडरा रहा है। डेली मेल की खबर के मुताबिक वायरस पर रिसर्च कर रहे वैज्ञानिकों के मुताबिक यह कोरोना का नेपाल वैरिएंट है जो धीरे-धीरे पूरे यूरोप में फैल चुका है। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि इस वैरिएंट पर टीकों का कोई असर नहीं होत है। वैज्ञानिकों ने मंत्रियों के समूह को ऐसे समय में अलर्ट किया है जब यूरोप में छुट्टियां मनाने के लिए पर्यटक स्थलों को अपग्रेड करने की तैयारी हो रही है।
वहीं सरकार की एसएजीई विशेषज्ञों की समिति के एक सदस्य ने कहा कि अधिकारियों को ज्यादा चिंतित नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा: 'हजारों वैरिएंट हैं। यह एक ऐसा वायरस है जो हर समय बदल रहा है।'
एयरपोर्ट ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा: 'हमें और कितने रूपों के बारे में चिंतित होना चाहिए? हमारे वैक्सीनेशन कार्यक्रम की सफलता ही मायने रखता है। दरअसल सरकार उन देशों की अपनी 'ग्रीन लिस्ट' को अपडेट कर रही है जहां छुट्टियां मनाने वाले बिना क्वारंटाइन में गए यात्रा कर सकते हैं। सूत्रों ने कहा कि नेपाल वैरिएंट और पूरे यूरोप में वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार की चिंता के बीच यह लिस्ट बेहद सीमित होगी।