पेरिस: ईरान की ओर से अपनी यूरेनियम संवर्धन क्षमता बढ़ाने की योजना की घोषणा करने के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने तेहरान के साथ संघर्ष के खतरे को लेकर चेताया। गौरतलब है कि ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से अमेरिका के हटने की घोषणा के बाद यूरोप इस समझौते को बनाए रखने की कोशिश में जुटा हुआ है। (चीन: खदान में विस्फोट के बाद 23 को बचाया गया, दो लापता )
फ्रांस की यात्रा पर आए इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मैक्रों ने सभी नेताओं को हालात की स्थिर बनाए रखने की अपील की और कहा, हमें हालत इतने खराब नहीं करने चाहिए कि संघर्ष की नौबत आये।
उन्होंने कहा कि ईरान द्वारा अपने परमाणु बुनियादी ढांचे में विस्तार करने का फैसला , 2015 में हुए समझौते से हटने का आधार नहीं है। इस समझौते का मकसद ईरान को परमाणु बम हासिल करने से रोकना है। मैक्रों ने कहा कि ईरान का जवाब यह दिखाता है कि जब एकतरफा तरीके से समझौते को खत्म करेंगे तो दूसरा पक्ष इसका सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित नहीं होगा। नेतन्याहू ने कहा , ‘‘ मैंने राष्ट्रपति मैक्रों से समझौते से हटने के लिए नहीं कहा है। मेरा मानना है कि इस मामले पर आर्थिक वास्तविकताएं फैसला करेंगी। ’’