लंदन: पीढ़ी-दर-पीढ़ी अगर एक ही परिवार या खानदार के लोग हाई केलोस्ट्रॉल से पीड़ित हों, तो इसे आनुवांशिक हाई कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। ऐसे लोगों के लिए खुशी की बात है कि वैज्ञानिकों ने एक ऐसे जीन की पहचान की है, जिसकी वजह से एक ही परिवार की आने वाली पीढ़ियों में उच्च कोलेस्ट्रॉल का प्रसार होता है। हाई कोलेस्ट्रॉल को हार्ट-अटैक, स्ट्रोक, हृदय वाल्व संकुचन सहित दिल की कई बीमारियों की वजह माना जाता है। दरअसल फैमिलियल हाइपरकॉलेस्ट्रॉलस्टीरोलेमिया एक आनुवांशिक स्थिति है, जो कम घनत्व वाले लीपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल-सी) या बैड कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी होती है।
कोलेस्ट्रॉल में लीपोप्रोटीन का ज़्यादा होना है दिल की खतरनाक बीमारियों की वजह
निष्कर्षो से पता चला है कि कोलेस्ट्रॉल में मौजूद लीपोप्रोटीन फैमिलियल हाइपरकॉलेस्ट्रॉलस्टीरोलेमिया के एक-चौथाई मामलों का कारण होता है। डेनमार्क स्थित युनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के अंतर्गत हेरलेव हॉस्पिटल की चिकित्सक और इस अध्ययन की मुख्य शोधार्थी ऐनी लैंग्स्टेड ने बताया, "इस शोध में अन्य व्यक्तियों की तुलना में फैमिलियल हाइपरकॉलेस्ट्रॉलस्टीरोलेमिया से ग्रसित व्यक्यिों के रक्त में लीपोप्रोटीन (ए) की उच्च मात्रा पाई गई।"
लीपोप्रोटीन के ज़्यादा होने पर हार्ट-अटैक का खतरा बढ़ जाता है पांच गुना
इसके साथ ही फैमिलियल हाइपरकॉलेस्ट्रॉलस्टीरोलेमिया और लीपोप्रोटीन की उच्च मात्रा से ग्रसित व्यक्तियों को हृदयघात होने की संभावना पांच गुना अधिक होती है। यह शोध 'द लैंसेट डाइबिटीज एंड इंडोक्राइनोलॉजी' पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।