रोम: मध्य इटली में बुधवार को आए भूकंप में मृतकों की संख्या बढ़कर 247 हो गई है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.2 मापी गई। 'बीबीसी' ने विभाग के अधिकारियों के हवाले से बताया कि भूकंप में 360 से अधिक लोग घायल हो गए और अभी भी कई लोग मलबे के नीचे दबे हैं। बचाव कार्यो के लिए 4,300 लोगों को तैनात किया गया है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि कुछ घायलों की हालत गंभीर होने की वजह से मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मातेओ रेन्जी ने 120 लोगों के मारे जाने और 386 के घायल होने की बात कही थी। रेन्जी ने चेताते हुए कहा था, "यह अंतिम आंकड़ा नहीं है।"
कई लोगों के इमारत के मलबे में दबे होने की आशंका है जबकि बचावकर्मी दूरस्थ गांवों तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, एमाट्रिस अपने परंपरागत एमाट्रिसियाना पास्ता के लिए जाना जाता है और इस सप्ताहांत में यह शहर सांस्कृतिक महोत्सव की तैयारियों की व्यस्त था।
भूकंप के केंद्र के समीप वाले गांव में सैंकड़ों इमारतें मलबे में तब्दील हो गयीं । भूकंप की तीव्रता 6.0 से 6.2 के बीच थी। यह भूकंप उमब्रिया, मार्चे और लाजियो के बीच बसे दूरवर्ती इलाकों में साल के ऐसे समय में आया जब स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक भी काफी संख्या में यहां आए हुए थे । अधिकतर पीडि़त रोम से हैं। यह इलाका ला अकिला से थोड़ी ही दूर उत्तर में है जहां 2009 में आए भूकंप में करीब 300 लोग मारे गए थे । ज्यादातर मौतें अमात्रीस , एकुमोली और अरकाता डेल तोरंतो गांवों और उनके आसपास के इलाकों में हुई हैं । 69 वर्षीय गुइदो बोरदो अपने बहन और उसके पति को खो चुके हैं । ये लोग एकुमोली के समीप इलिसिया गांव में अपने हालीडे होम में फंस गए थे ।
भूकंप से उम्बि्रया, मारचे और लाजियो बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। एमात्रीस के मेयर सेर्गियो पिरोजी ने कहा, आधा गांव तबाह हो गया है। निरीक्षण के दौरान ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने क्षेत्र में बमबारी कर दी हो। पोप फ्रांसिस ने सेंट पीट्स बर्ग में अपना साप्ताहिक कार्यक्रम रोक कर हादसे पर शोक जताया। बोरदो ने बताया, उनकी कोई आवाज सुनायी नहीं दे रही है । हमें केवल उनकी बिल्लियों की आवाजें सुनायी दे रही हैं । मैं वहां पर नहीं था । जैसे ही भूकंप आया , मैं यहां भागा । लोगों ने मेरी बहन के बच्चों को मलबे से निकाल लिया । वे अब अस्पताल में हैं । जिस समय तड़के तीन बजकर 36 मिनट पर भूकंप आया यह पर्यटकों से भरा हुआ था। तीन मिनट बाद गांव के 13वीं सदी के टावर पर लगी घड़ी रूक गयी।