रोम: इटली ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के अपने प्रयासों के तहत देश भर के सिनेमाघरों, थियेटरों और संग्रहालयों को बंद रखने का आदेश दिया है। प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे के हस्ताक्षर वाले शासनादेश में यह जानकारी दी गई है। सरकारी वेबसाइट पर प्रकाशित आदेश के मुताबिक उत्तरी इटली के कई इलाकों में 1.5 करोड़ लोगों को जबरन घरों में बंद रखने के अलावा सरकार ने देश भर में स्कूलों, नाइट क्लबों और कसीनो को भी बंद कर दिया है।
वहीं, उत्तरी इटली में लाखों लोगों को रविवार तड़के जबरन अलग-थलग कर दिया गया। घातक वायरस को फैलने से रोकने के सरकार के कठोर प्रयासों के तहत यह कदम उठाया गया है। प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे ने ट्विटर पर बताया कि उन्होंने वेनिस और मिलान समेत उत्तरी इटली के बड़े हिस्सों में आवाजाही पर सख्त पाबंदियां लगाने की योजना पर हस्ताक्षर किए हैं। कोंटे ने कहा, “कोरोना वायरस के संबंध में अंतत: नया आदेश स्वीकृत किया गया।”
चीन के बाहर कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित देशों में इटली का नाम सबसे ऊपर है जहां अब तक इस घातक बीमारी के चलते 230 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। इसके अलावा ईरान- तीसरा और साउथ कोरिया- चौथा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है, जहां चीन के बाद सबसे ज्यादा लोगों की जान गई है। वर्ल्डोमीटर्स के मुताबिक, रविवार तक दुनियाभर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 3600 हो गई।
कोरोना वायरस का मोर्टेलिटी रेट दूसरे कई वायरसों के मुकाबले कम है लेकिन यह तेजी से फैलता है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) के मुताबिक, 3 मार्च 2020 तक कोरोना वायरस का मोर्टेलिटी रेट 3.4% था। वहीं, शुरुआत में इसका मोर्टेलिटी रेट 2 फीसदी दर्ज किया गया था। मोर्टेलिटी रेट बताता है कि एक समय में कुल लोगों में से कितने लोगों की मौत हुई। इसे कभी-कभी डेथ रेट भी कहा जाता है।