लंदन: ब्रिटेन में कोरोना वायरस से संक्रमित हुई 102 वर्ष की महिला सभी बाधाओं को पार करते हुए उपचार के बाद पूर्ण रूप से अब स्वस्थ हो गई है। स्थानीय मीडिया ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि लिवरपूल के एंट्री अस्पताल में महामारी से संक्रमित महिला का इलाज चल रहा था, जो स्वस्थ हो चुकी हैं और उन्हें छुट्टी दे दी गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने शुक्रवार की अपनी रिपोर्ट में कहा कि वार्ड की सबसे बुजुर्ग मरीजों में से एक के स्वस्थ होकर घर जाने पर नर्सें इकट्ठा हुईं और हर्ष के साथ तालियां बजाकर उन्हें विदाई दी।
लिवरपूल एको ने अपनी रिपोर्ट में अस्पताल के मैनेजर के हवाले से कहा, "अपने प्रवास के दौरान वह सभी का मनोरंजन करती रहीं थीं, वार्ड में हर कोई उन्हें याद करेगा। उन्हें वापस उनके केयर होम के लिए छुट्टी दे दी गई है।" यह शानदार खबर ऐसे समय में आई है, जब हाल ही में खबरें आई थी कि 68 वर्षीय महिला नर्स सहित दो मेडिकल स्टाफ कर्मचारी की कोविड-19 संक्रमण के चलते मौत हो गई है।
इस बीच ब्रिटेन में बीते 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण से 980 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ब्रिटेन में एक दिन में हुई मौत का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या लगभग आठ हजार हो गई है। इसके अलावा संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 65 हजार हो गई है।
वहीं ब्रिटेन ने उम्मीद जतायी है कि भारत से पैरासिटामॉल दवा के 30 लाख पैकेट की पहली खेप 48 घंटे के भीतर देश में आ जाएगी। इसके लिये उसने भारत सरकार का आभार भी व्यक्त किया। भारत ने कोरोना वायरस महामारी के बीच दवाओं के निर्यात पर पाबंदी लगा दी थी, जिसे हाल ही में हटा दिया गया है।
विदेश एवं राष्ट्रमंडल मंत्रालय में दक्षिण एशिया तथा राष्ट्रमंडल मामलों के राज्यमंत्री लॉर्ड तारिक अहमद ने कहा, ''ब्रिटेन और भारत कोविड-19 खतरे से निपटने के लिये मिलकर काम कर रहे हैं। दवा भेजने के लिये मैं ब्रिटेन सरकार की ओर से भारत सरकार का आभार व्यक्त करता हूं।'' उन्होंने कहा कि पानी का जहाज दवा लेकर रविवार तक यहां पहुंच जाएगा।
(Input IANS)