बर्लिन: जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने विशेषज्ञों के अनुमान का हवाला देते हुए कहा है कि 70 फीसद आबादी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकती है और उन्होंने इस बीमारी के फैलने की रफ्तार धीमी करने के उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया। जर्मनी में बुधवार तक इस संक्रमण के करीब 1300 सत्यापित मामले आये और दो मरीजों की जान चली गयी। सरकार ने 1000 से अधिक लोगों की भागीदारी वाले सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये हैं।
मर्केल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आपको समझना होगा कि यदि विषाणु है और लोगों में इस विषाणु को लेकर प्रतिरक्षा नहीं है, अबतक कोई टीका नहीं है, कोई उपचार नहीं है तो जैसा कि विशेषज्ञ कहते हैं कि जनसंख्या का 60-70 फीसद हिस्सा उससे संक्रमित हो जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि प्राथमिकता इस बीमारी के फैलने की रफ्तार को धीमा करना है ‘इसलिए जो उपाय हम कर रहे हैं, वे बड़े महत्व के हैं क्योंकि उससे हमें वक्त मिल रहा है, हम जो कुछ कर रहे हैं, वाकई उसके मायने हैं, वे व्यर्थ के कदम नहीं हैं।’
बता दें कि WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। इस बीमारी से निपटने के लिए भारत सरकार ने बुधवार को कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए। बुधवार को निर्माण भवन में हुई मंत्रिसमूह की बैठक में विदेश से आने वाले आम लोगों के लिए 15 अप्रैल तक पर्यटन वीजा रद्द करने का फैसला किया गया।
इसके अलावा यह तय किया गया कि चीन, इटली, ईरान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी से आने वालों लोगों को 14 दिनों की न्यूनतम अवधि के लिए पृथक रखा जाएगा। ओसीआई कार्डधारकों को प्राप्त वीजा मुक्त यात्रा की सुविधा भी 15 अप्रैल तक के लिए रोक दी गयी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपात स्थिति में भारत की यात्रा करना चाहता है तो वह अपने देश में स्थित भारतीय मिशन से संपर्क कर सकता है।