जिनेवा: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि यमन में मार्च 2015 से अब तक 5,000 नागरिकों की मौत हो चुकी है जिनमें 1,184 बच्चे भी शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने इस संघर्ष की अंतर्राष्ट्रीय जांच की मांग की है। गौरतलब है कि यमन इसके अलावा हैजे के भयंकर प्रकोप से जूझ रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अभी तक इस भयानक बीमारी की चपेट में 6 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं जिनमें तमाम बच्चे भी शामिल हैं।
मानवाधिकार कार्यालय को यमन में नागरिक मौतों पर नजर रखने का अधिकार दिया गया है। यमन में सरकार के समर्थन में सऊदी अरब के नेतृत्व में ईरान समर्थित हुथी विद्रोहियों और पूर्व राष्ट्रपति यामेनी अली अब्दुल्लाह सालेह के गठजोड़ के खिलाफ हमले शुरू किए गए थे। मानवाधिकार कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘मार्च 2015 और 30 अगस्त के बीच कम से कम 5,144 नागरिकों की मौत हो चुकी है जबकि 8,749 घायल हैं। मरने वालों में 1,184 बच्चे शामिल हैं।’
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले अभियान का संदर्भ देते हुये बयान में कहा गया, ‘बच्चों और कुल मिलाकर नागरिकों की मौत के लिए गठबंधन के हवाई हमले अब भी प्रमुख कारण बने हुए हैं।’ आपको बता दें कि इस समय यमन में हैजे का भी भयंकर प्रकोप है। अप्रैल में शुरू हुए हैजे के प्रकोप से अभी तक 6 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं, और 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं। युद्ध की विभिषिका ने यमन को बुरी तरह से तबाह किया है।