लंदन: चीनी शहर वुहान में फंसे एक ब्रिटिश शिक्षक ने कहा कि एशिया के सबसे बड़े देश के अधिकारी इस बीमारी से मरने वाले लोगों का वास्तविक आंकड़ा छिपा रहा है। ब्रिटिश मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, टॉम एलेंडर (37) नाम के ब्रिटिश शिक्षक 83 ब्रिटिश नागरिकों को वापस ले जाने वाले चार्टर्ड प्लेन में खुद की जगह बना पाने में और दूतावास से संपर्क करने में असफल रहे। शिक्षक ने ब्रिटिश मीडिया से कहा कि उन्हें नहीं पता कि जो यहां फंसे हुए हैं, उनके साथ आगे क्या होने वाला है।
बता दें कि वुहान ही वह शहर है जहां से यह वायरस दुनिया के कई देशों में फैल चुका है। स्वास्थ्य आपदा के मद्देनजर चीनी अधिकारियों ने वुहान के 1.1 करोड़ निवासियों और हुबेई प्रांत के अन्य शहरों के निवासियों की यात्रा को प्रतिबंधित कर रखा है। तेजी से फैले इस बीमारी की शुरुआत में जब संक्रमित लोगों की संख्या कम थी, तब से सरकार वास्तविक संख्या को छिपा रही है। एलेंडर ने कहा, ‘बिल्कुल वे ऐसा कर रहे हैं। मुझे इस बात का अंदाजा नहीं है कि वास्तविक संख्या कितनी है, लेकिन दिसंबर की शुरुआत में ही इससे भयंकर प्रकोप फैलने की बात कही जा रही थी।’
उन्होंने कहा, ‘चीन में इसके वास्तविक आंकड़े कितने हैं, इसका पता लगाने का कोई साधन नहीं है। इसके साथ ही सिर्फ 'पुष्टिकृत' मामलों का जिक्र ही किया जा रहा है। हालांकि बिना पुष्टि वाले कई मामले होंगे।’ एलेंडर खुद को वापस ब्रिटेन ले जाने के लिए गोफंडमी पेज का संचालन कर रहे हैं, ताकि वे अपने देश अपने पैरों पर जा सकें। रविवार सुबह तक कोरोनावायरस के चलते चीन में 304 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 14380 लोग इस जानलेवा वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं।