लंदन: ब्रिटेन की भारतीय मूल की कैबिनेट मंत्री प्रीति पटेल ने 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह में ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में प्रचार करते हुए अपनी कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पर सीधा हमला किया।
पटेल ने लगाया आम लोगों की उपेक्षा का आरोप
प्रधानमंत्री डेविड कैमरन या चांसलर जॉर्ज ओसबोर्न का नाम लिए बगैर उन्होंने आरोप लगाया कि आम लोगों की उपेक्षा की जा रही है। पटेल ने आगे कहा, यह शर्मनाक है कि यूरोपीय संघ में ब्रिटेन के बने रहने के पक्ष में अभियान चला रहे उन लोगों की परवाह करने में विफल रहे हैं, जिनको इससे कोई लाभ नहीं है। उनके तुच्छ स्वार्थ आम लोगों के बड़े पैमाने पर हितों को साधने में नाकाम रहे हैं।
वायदों को पूरा करने में नाकाम रहने को लेकर अपनी ही पार्टी को किया कठघरे में खड़ा
ब्रिटेन की रोजगार मंत्री ने आव्रजन के मुद्दे पर चुनाव के समय किए वादों को पूरा करने में नाकाम रहने को लेकर अपनी पार्टी के नेतृत्व पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, वादे ऐसे किए गए कि अब हम उनको पूरा नहीं कर सकते। एक साल पहले चुनाव में कजरवेटिव पार्टी ने अपने घोषणापत्र में प्रवासियों की संख्या एक साल में एक लाख से नीचे लाने का वादा किया था।