Sunday, December 22, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. यूरोप
  4. ब्रिटेन: हिजाब पर बैन लगाने वाले स्कूल को भारी विरोध के बाद वापस लेना पड़ा फैसला

ब्रिटेन: हिजाब पर बैन लगाने वाले स्कूल को भारी विरोध के बाद वापस लेना पड़ा फैसला

ब्रिटेन के एक स्कूल ने बच्चियों के हिजाब पहनने पर लगाई रोक को लेकर चारों तरफ से आलोचना होने के बाद अपने इस फैसले को वापस ले लिया है...

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : January 21, 2018 19:17 IST
Representational Image | Pixabay
Representational Image | Pixabay

लंदन: ब्रिटेन के एक स्कूल ने बच्चियों के हिजाब पहनने पर लगाई रोक को लेकर चारों तरफ से आलोचना होने के बाद अपने इस फैसले को वापस ले लिया है। पूर्वी लंदन के न्यूहैम इलाके में स्थित सेंटर स्टीफेंस 11 साल से कम उम्र की लड़कियों के हिजाब पहनने पर रोक की योजना बना रहा था, लेकिन अब उसने अपनी इस योजना को वापस लेने का फैसला किया है। स्कूल ने एक बयान में कहा,‘स्कूल यूनीफॉर्फ की नीति बच्चों की सेहत, सुरक्षा और भलाई पर आधारित होती है। स्कूल ने तत्काल प्रभाव से इस नीति में बदलाव का फैसला किया है।’

स्कूल ने अपने बयान में कहा, ‘हम अपने बच्चों के हितों के मुताबिक इस नीति की समीक्षा के लिए स्कूल कम्यूनिटी के साथ मिलकर काम करेंगे।’ उधर, बच्चियों के हिजाब पहनने और रमजान के दौरान रोजे रखने को लेकर ब्रिटिश सरकार से कड़ा रुख अपनाने की सिफारिश करने वाले आरिफ कावी ने स्कूल ऑफ गवर्नर्स के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। समाचार पत्र ‘संडे टाइम्स’ के अनुसार सोशल मीडिया पर आक्रामक टिप्पणियों के बाद कावी ने इस्तीफा दिया है। स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र भारतीय, पाकिस्तानी या बांग्लादेशी पृष्ठभूमि वाले हैं।

गौरतलब है कि ब्रिटेन के इस जाने-माने सरकारी वित्तपोषित स्कूल ने बच्चों के हिजाब पहनने और रमजान के दौरान रोजा रखने पर सरकार को कड़ा रुख अपनाने की अपील की थी। यह स्कूल देश में ऐसा पहला स्कूल है जिसने वर्ष 2016 में 8 साल तक की लड़कियों के हिजाब पहनने पर रोक लगा दी थी। इसके बाद स्कूल की सितंबर 2018 से 11 वर्ष तक की लड़कियों के लिए हिजाब को प्रतिबंधित करने की योजना थी।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Europe News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement