लंदन: ब्रिटेन के परमाणु उर्जा स्टेशनों और एयरपोर्ट्स को संभावित आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। दरअसल, यह आशंका जताई गई है कि उनके कंप्यूटरों को हैकर निशाना बना सकते हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। द संडे टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक सुरक्षा सेवाओं ने पिछले 24 घंटों में कई अलर्ट जारी किए हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि आतंकवादी सुरक्षा जांच को धता बताने के तरीके विकसित किए होंगे।
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खुफिया एजेंसियों का मानना है कि ISIS और अन्य आतंकी संगठनों ने मोबाइल फोन और लैपटॉप में बम लगाने के ऐसे तरीके इजाद किए होंगे जो एयरपोर्ट सुरक्षा जांच तरीकों को भी चकमा दे सकते हों। समझा जाता है कि इसी खुफिया जानकारी के चलते अमेरिका और ब्रिटेन ने लैपटॉप और भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लेकर हवाई यात्रा करने वाले कई देशों के यात्रियों को प्रतिबंधित किया होगा। अखबार ने कहा है कि अब इस बारे में चिंता है कि आतंकवादी यूरोपीय और अमेरिकी हवाईअड्डों पर जांच को चकमा देने की तकनीक का इस्तेमाल करेंगे।
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इसने कहा है कि यह आशंका भी है कि कंप्यूटर हैकर परमाणु उर्जा स्टेशन सुरक्षा उपायों को धता बताने की कोशिश कर रहे हैं। उर्जा मंत्री जेसी नार्मन ने कहा कि सरकार साइबर खतरे से ब्रिटेन को बचाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। रक्षा एवं सुरक्षा के लिए एक स्वतंत्र थिंक टैंक रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट के उप महानिदेशक प्रो. मैलकम चामर्स ने कहा कि सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह तेजी से जवाबी कार्रवाई करें।