लंदन: ब्रिटेन नें महारानी एलिजाबेथ-II का 90वां जन्मदिन तोप की सलामी, म्यूजिकल बैंड की धुनों और गिरजाघर प्रार्थना के साथ मनाया। इस मौके पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने उन्हें ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल के लिए ताकत की चट्टान करार दिया। महारानी अपने जन्म दिन पर लंदन के बाहरी इलाके विंडसर कैसल स्थित अपने एक महल में थीं। यहां वह और उनके प्रति प्रिंस फिलिप ने इलाके में एक खुले वाहन में यात्रा की जहां हजारों लोंगों ने उनका अभिवादन किया।
उन्होंने बांग्लादेशी मूल की ब्रिटिश शेफ नादिया हुसैन की ओर से तैयार केक काटा। नादिया ग्रेट ब्रिटिश बेक ऑफ शो की विजेता हैं।
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, महारानी के 90वें जन्मदिन पर बधाइयों के लिए आप सभी का धन्यवाद। हल्के हरे रंग का परिधान पहने महारानी ने क्वींस वाकवे को रेखांकित करते हुए एक पट्टिका का उद्घाटन किया।
प्रधानमंत्री कैमरन ने महारानी को ताकत की चट्टान की संग्या देते हुए उनको बधाई दी जबकि राजकुमार चाल्र्स ने अपनी मां के लिए विशेष बधाई संदेश रिकॉर्ड किया जिसमें वह विलियम शेक्सपीयर का कथन पढ़ते नजर आ रहे हैं। उनकी रिकॉर्डिंग का रेडियो पर प्रसारण किया गया।
अपने संदेश में कैमरन ने कहा, महारानी हमारी दुनिया में कुछ अ्दभुत क्षणों में हमारे साथ रही हैं।
महारानी के जन्मदिन पर 21 तोपों की सलामी दी गई। यह सलामी हिल्सबारो कैस्टल, कार्डिफ कैस्टल और एडिनबर्ग कैस्टल सहित कई स्थानों पर दी गई। लंदन में हाइड पार्क में मध्यरात्रि में किंग्स ट्रूप रॉयल हॉर्स आर्टिलरी ने 41 तोपों की सलामी दी। हॉनरेबल आर्टिलरी कंपनी ने टेम्स नदी दूसरी तरफ स्थित टॉवर ऑफ लंदन से 62 तोपों की सलामी दी।
जन्मदिन के मौके पर महारानी ने विंडसर में पहला दीप जलाया और बाद में पूरे ब्रिटेन 900 से अधिक दीप जलाए गए। महारानी के जन्मदिन का यह जश्न और आगे बढ़ेगा जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ओबामा के साथ दोपहर के भोज में महारानी के साथ शामिल होंगे।
महरानी का जन्म 21 अप्रैल, 1926 को हुआ था। साल 1952 में अपने पिता जॉर्ज-षष्टम के निधन के बाद वह ब्रिटेन की महराननी बनीं।