लंदन: यूरोपीय संघ (ईयू) के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क का कहना है कि ईयू, ब्रिटेन को दंडित नहीं करेगा क्योंकि ब्रेक्सिट स्वयं में एक दंड है जो पर्याप्त है। टस्क ने शुक्रवार को लंदन में दो वर्षीय ब्रेक्सिट वार्ता पर मसौदे के दिशा-निर्देश जारी किए।
ये भी पढ़े
- वाहनों पर बैन से आम खरीददारों की बल्ले-बल्ले, गाड़ियों पर 1 लाख तक की छूट
- नाम में क्या रखा है? बात अगर योगी आदित्यनाथ की है तो बहुत कुछ
- पाकिस्तान: बम विस्फोट में 22 लोगों की मौत, दर्जनों घायल
समाचार पत्र इंडिपेंडेंट के मुताबिक, टस्क ने शुक्रवार को इन दिशा-निर्देशों को ईयू के सदस्य देशों के प्रमुखों को भेजने के बाद माल्टा में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
इन मसौदा दिशा-निर्देश से प्रधानमंत्री थेरेसा मे को रियायत मिलती दिख रही है। इसमें संकेत दिया गया है कि ब्रेक्सिट प्रक्रिया के सुचारु रूप से शुरू होने पर भावी व्यापारिक प्रबंधन पर चर्चा हो सकती है।
टस्क ने कहा कि वार्ता के शुरुआती चरणों में ईयू, ब्रिटेन को दंडित करने की कोशिश नहीं करेगा। उन्होंने कहा, "हम दंड नहीं देंगे क्योंकि ब्रेक्सिट स्वयं में एक दंड है।"
माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट भी इस दौरान टस्क के साथ संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि ब्रेक्सिट पर चर्चा मुश्किल तो होगी लेकिन 'यह कोई युद्ध नहीं होगा।'
उन्होंने दोनों पक्षों को चेतावनी देते हुए कहा कि ब्रिटेन और अन्य ईयू देशों के नागरिकों को 'बार्गेनिंग चिप्स' की तरह इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
टस्क के मुताबिक, लिस्बन संधि के अनुच्छेद 50 में निर्धारित दो वर्ष की वार्ता अवधि के दौरान ईयू सबसे पहले लोगों पर विचार करेगा। ब्रिटेन में रह रहे ईयू नागरिकों का रिहायशी अधिकार मुख्य बिंदुओं में से एक रहेगा।
टस्क ने कहा कि ईयू अपनी सभी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करेगा। उन्होंने जोर दिया कि ब्रिटेन को भी ऐसा ही करना चाहिए।