लंदन: जेरेमी कोर्बीन के अपने विदेश मंत्री को बर्खास्त कर देने और शैडो कैबिनेट (समानांतर मंत्रिमंडल) के तीन मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी को आज जबरदस्त बगावत का सामना करना पड़ा। साथ ही, ईयू जनमत संग्रह से इस सोशलिस्ट नेता के निबटने के तरीकों को लेकर पार्टी में गहरा मतभेद उभर आया है।
कोर्बीन के मंत्रालय में भरोसा नहीं रह जाने की बात कहने के बाद शैडो विदेश मंत्री हिलेरी बेन को बर्खास्त कर दिया गया। इसके शीघ्र बाद उनके सहकर्मी शैडो स्वास्थ्य मंत्री हेइदी एलेक्जेंडर ने ट्विटर पर अपने इस्तीफे की घोषणा की।
अगले मंत्री ग्लोरिया डे पीयरो थे जो युवा मामलों और मतदाता पंजीकरण के शैडो मंत्री थे। साथ ही, इनमें स्कॉटलैंड के लिए शैडो मंत्री भी शामिल हैं। कोर्बीन के शैडो कैबिनेट के अन्य सदस्यों के भी इसी तर्ज पर चलने की उम्मीद है क्योंकि कई लेबर सांसद ब्रिटेन के ईयू पर जनमत संग्रह से निपटने के तरीके पर कोर्बीन की आलोचना कर रहे हैं।
28 सदस्यीय यूरोपीय संघ से बाहर होने का देश को स्तब्ध कर देने वाला फैसला कई लेबर सांसदों की इच्छा के खिलाफ है। बेन ने कहा, यदि जेरेमी नेता बने रहते हैं तो अगला चुनाव जीतने का कोई भरोसा नहीं है। जेरेमी को एक फोन कॉल में मैंने उनसे कहा कि मैंने पार्टी का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर भरोसा खो दिया है और उन्होंने मुझे बर्खास्त कर दिया।